🩺 NEET काउंसलिंग
प्रक्रिया 2025: पूरी जानकारी हिंदी में
NEET (National Eligibility cum Entrance Test) में सफल होने
के बाद अगला कदम होता है काउंसलिंग, जिसके माध्यम
से छात्र मेडिकल, डेंटल और आयुष कोर्सेस में दाखिला पाते हैं। सही जानकारी के
बिना कई छात्र भ्रमित हो जाते हैं और गलती कर बैठते हैं। इस ब्लॉग में हम NEET काउंसलिंग की पूरी प्रक्रिया को सरल और
क्रमबद्ध तरीके से समझेंगे।
🔍 NEET काउंसलिंग के
प्रकार (Types of Counselling)
NEET काउंसलिंग मुख्यतः दो स्तर पर होती है:
1️⃣ ऑल इंडिया कोटा (AIQ)
– 15% सीट्स
- संचालित
करती है: MCC (Medical Counselling
Committee)
- इसमें
भारत के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों की 15% सीटें शामिल होती हैं (जम्मू-कश्मीर को छोड़कर)।
- AIIMS,
JIPMER, BHU, AMU जैसे संस्थान भी MCC के
अंतर्गत आते हैं।
2️⃣ राज्य स्तरीय काउंसलिंग – 85%
सीट्स
- संचालित
करते हैं: राज्य के मेडिकल काउंसलिंग बोर्ड
(जैसे DGHS, UP NEET, Rajasthan NEET आदि)
- प्रत्येक
राज्य अपने मेडिकल कॉलेजों की 85% सीटों पर स्थानीय छात्रों को प्राथमिकता
देता है।
🧾 NEET काउंसलिंग की
चरणबद्ध प्रक्रिया
🔹 चरण 1: पंजीकरण (Registration)
- उम्मीदवार
को MCC या राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है।
- एक नया
अकाउंट बनाना होता है जिसमें नाम, रोल नंबर, एप्लीकेशन
नंबर, मोबाइल नंबर आदि दर्ज करने होते हैं।
- एक पंजीकरण शुल्क और सिक्योरिटी डिपॉजिट भी जमा
करना होता है (रिफंडेबल/नॉन-रिफंडेबल)।
🔹 चरण 2: चॉइस फिलिंग और
लॉकिंग (Choice Filling & Locking)
- छात्र
अपनी पसंद के कॉलेजों और कोर्सेस की प्राथमिकता
सूची भरते हैं।
- चॉइस
फिलिंग के बाद "Lock Choices" का ऑप्शन
आता है जिससे विकल्प फाइनल हो जाते हैं।
🔹 चरण 3: सीट अलॉटमेंट (Seat
Allotment)
- सिस्टम
मेरिट रैंक, चॉइस प्रेफरेंस और सीट की उपलब्धता के आधार पर कॉलेज
अलॉट करता है।
- उम्मीदवार
को सीट अलॉटमेंट रिजल्ट में अपना कॉलेज और कोर्स दिखता है।
🔹 चरण 4: रिपोर्टिंग और
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (Reporting & Document Verification)
- अलॉटेड
कॉलेज में तय समयसीमा में रिपोर्ट करना होता है।
- आवश्यक
दस्तावेज साथ लेकर जाना होता है (नीचे सूची देखें)।
- फीस जमा
करके सीट कन्फर्म करनी होती है।
🔹 चरण 5: अपग्रेडेशन और
फ्रीज़िंग (Upgradation/Freezing)
- छात्र अगर
चाहे तो अगली राउंड में अपग्रेडेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- यदि वह
वर्तमान सीट से संतुष्ट हैं तो उसे “Freeze” कर सकते
हैं।
📋 आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची
(Important Documents)
- NEET
Admit Card
- NEET
Rank Card/Scorecard
- कक्षा 10वीं और 12वीं की
मार्कशीट व सर्टिफिकेट
- जन्म
प्रमाण पत्र
- कैटेगरी
सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
- आय प्रमाण
पत्र (EWS के लिए)
- ट्रांसफर
सर्टिफिकेट, कैरेक्टर सर्टिफिकेट
- पासपोर्ट
साइज़ फोटो (6-8 कॉपी)
- फोटो ID
प्रूफ (Aadhaar, PAN, Voter ID आदि)
- Domicile
Certificate (राज्य काउंसलिंग के लिए)
🗓️ काउंसलिंग राउंड्स
- Round
1
- Round
2
- Mop-Up
Round (जिन्हें सीट नहीं मिली उन्हें अवसर)
- Stray
Vacancy Round (छोटी बची हुई सीटें)
💰 NEET काउंसलिंग
शुल्क (MCC Example)
कोर्स |
रजिस्ट्रेशन
फीस |
सिक्योरिटी
डिपॉजिट |
सरकारी कॉलेज |
₹1000 (UR) /
₹500 (SC/ST/OBC) |
₹10,000 |
प्राइवेट
कॉलेज |
₹5000 |
₹2,00,000 |
Note: राज्य के अनुसार शुल्क में अंतर हो सकता है।
🏥 कौन से कॉलेज MCC के तहत आते हैं?
- AIIMS
(All India Institutes of Medical Sciences)
- JIPMER
(Puducherry and Karaikal)
- AMU,
BHU
- ESIC
Colleges
- Deemed
Universities
💡 कुछ महत्वपूर्ण सुझाव
- चॉइस
फिलिंग करते समय कॉलेजों को रैंक और
फीस के आधार पर व्यवस्थित करें।
- हर राउंड
में डेट और डेडलाइन को फॉलो
करें।
- काउंसलिंग
पोर्टल से जुड़े सभी ईमेल, SMS पढ़ते रहें।
- किसी
एजेंट या अफवाह पर भरोसा न करें, अधिकारिक पोर्टल ही सबसे
विश्वसनीय है।
- दस्तावेज़
पहले से स्कैन और फिजिकल दोनों रूपों में तैयार रखें।
📌 निष्कर्ष
NEET काउंसलिंग एक सुनियोजित प्रक्रिया है जो छात्रों को उनकी
योग्यता के अनुसार सीट दिलाने में मदद करती है। यदि आप सही जानकारी और तैयारी के
साथ इस प्रक्रिया में भाग लेते हैं, तो सरकारी या
प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाना संभव है।
FAQs: NEET काउंसलिंग से जुड़े सामान्य प्रश्न
Q1. NEET काउंसलिंग कब शुरू होती है?
👉 हर साल NEET रिजल्ट आने के 2-3
हफ्तों के भीतर MCC और राज्य बोर्ड्स अपनी काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करते हैं।
आपको MCC या राज्य की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन चेक करते रहना चाहिए।
Q2. मुझे ऑल इंडिया कोटा और राज्य काउंसलिंग दोनों में भाग लेना
चाहिए?
👉 हां, यदि आप पात्र हैं तो दोनों
में भाग लें। इससे आपके पास अधिक विकल्प होंगे और किसी एक में सीट मिलने की
संभावना बढ़ेगी।
Q3. NEET काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
👉 MCC (www.mcc.nic.in) और राज्य की
आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें, फीस जमा करें और चॉइस
फिलिंग करें।
Q4. क्या NEET काउंसलिंग के बाद कॉलेज बदल सकते हैं?
👉 हां, पहले और दूसरे राउंड में अपग्रेडेशन का विकल्प मिलता है। लेकिन सीट फ्रीज़ करने के
बाद बदलाव संभव नहीं होता।
Q5. NEET में कम रैंक आने पर क्या प्राइवेट कॉलेज मिल सकता है?
👉 हां, अगर रैंक कम है और सरकारी
कॉलेज नहीं मिला, तो आप प्राइवेट कॉलेजों,
डीम्ड
यूनिवर्सिटीज़, या एयरामेडिकल कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं (यदि आप फीस वहन कर सकते हैं)।
Q6. Mop-Up और Stray Vacancy राउंड क्या होता है?
👉 जो छात्र पहले राउंड्स में
सीट नहीं ले पाए या जिनकी सीट कैंसिल हो गई, वे Mop-Up
Round में शामिल हो सकते हैं। Stray Vacancy उन सीटों के लिए होता है जो अंतिम समय में बच
जाती हैं।
Q7. काउंसलिंग के दौरान कौन सी गलतियों से बचना चाहिए?
✅ गलत चॉइस ऑर्डर,
✅
दस्तावेजों की
कमी,
✅
समय सीमा का
पालन न करना,
✅
एजेंट्स पर
भरोसा करना – इनसे बचें।